सफाई कर्मचारियों की भर्ती की मांग को लेकर जयपुर में एक बार फिर सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हैरिटेज के 6 हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से आज शहर में सफाई का काम ठप हो गया। ये कर्मचारी पूरे प्रदेश में 30 हजार पदों पर भर्ती करने और उसमें वाल्मिकी समाज को प्राथमिकता देने की मांग कर रहे है।
हड़ताल के कारण चारदीवारी समेत कई जगहों पर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के हूपर भी नहीं चले।संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि जब हमने 25 से 28 अप्रैल तक हड़ताल की थी तब स्वायत शासन विभाग के सचिव और निदेशक से वार्ता हुई थी उस समय संघ और सरकार के बीच समझौता हुआ था कि सरकार 13184 की जगह स्टाफिंग पेटर्न के आधार पर 30 हजार पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती करेगी। इस भर्ती में वाल्मिकी समाज को प्राथमिकता दी जाएगी। साल 2018 से पहले जिन सफाई कर्मचारियों ने नगरीय निकायों में बिट्स (अस्थायी सफाई कर्मचारी) के तौर पर काम किया था, उनको भी भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी।
इधर हड़ताल शुरू होने के साथ ही प्रशासन भी सतर्क हो गया। स्वायत्त शासन निदेशालय के निदेशक ह्रदेश कुमार ने आज दोपहर 12 बजे संघ के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया है। डंडोरिया ने बताया कि वर्ता में हमारी मांग वही रहेगी जो हम करते आ रहे है।
हर्षवर्धन शर्मा, संपादक (TFN)
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