शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के महिला शिक्षकों पर दिए गए बयान पर विवाद लगातार जारी है। बीजेपी नेताओं और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री के बयान पर नाराजगी जताते हुए इस्तीफे की मांग की है। विपक्षी नेताओं के बाद अब आम लोगों ने भी शिक्षा मंत्री के बयान को गलत बताते हुए माफी मांगने को कहा है। शिक्षा मंत्री के बयान को लेकर ज्यादातर लोगों का मानना है कि उनका बयान गलत था और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बालिका दिवस पर हुए कार्यक्रम में कहा था कि जिन स्कूलों में महिला शिक्षकों और कर्मचारियों की संख्या ज्यादा होती है वहां झगड़े भी ज्यादा होते हैं। महिलाओं के झगड़ों के कारण प्रिंसिपल को सिर दर्द की गोली तक खानी पड़ती है। शिक्षा मंत्री के इसी बयान पर विवाद खड़ा हो गया है।
जनमत पोल में बहुमत मंत्री के खिलाफ-
शिक्षा मंत्री के बयान पर जनता की राय ली गई। इसमें 55 फ़ीसदी लोगों की राय थी कि बयान गलत है और शिक्षा मंत्री को माफी मांगनी चाहिए। 14 फ़ीसदी लोगों के मुताबिक महिला शिक्षक झगड़ालू नहीं होती, यह मंत्री जी का निजी अनुभव हो सकता है। 14 फ़ीसदी ने कहा कुछ हद तक सही है और 17 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने सही कहा, महिलाएं झगड़ालू होती है।
शिक्षा मंत्री के बयान पर विवाद और बढ़ने के आसार-
शिक्षा मंत्री के बयान पर विवाद आगे और बढ़ने के आसार हैं। बीजेपी नेता लगातार इसे मुद्दा बना रही है। 2 विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी इसे महिला सम्मान से जोड़कर मुद्दा बनाने की तैयारी में है। बीजेपी के नेता आगे इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाने की तैयारी में है। कई महिला संगठन भी अब सक्रिय होने लगे है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)