जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अब टर्मिनल-3 बनाने की योजना बन चुकी है | अडाणी समूह एयरपोर्ट पर नई बिल्डिंग का निर्माण कराने जा रहा है । जिसके तहत यहाँ इंटिग्रेटेड टर्मिनल बनेगा जो करीब 1.50 लाख वर्गमीटर क्षेत्रफल का होगा | एयरपोर्ट प्रशासन ने जेडीए को पत्र लिखकर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए बाउंड्री वॉल के बाहर 25 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र अधिग्रहण करने के लिए कहा है।
एयरपोर्ट से मौजूदा वित्त वर्ष में यात्रियों की संख्या लगभग 55 लाख पहुँच सकती है और मौजूदा टर्मिनल-2 की बिल्डिंग अधिकतम 50 लाख की क्षमता का ही वहन कर सकती है | वर्तमान में दोनों टर्मिनलों के भवन यात्रीयों की संख्या के हिसाब से छोटे पड़ने लगे है।
टर्मिनल-1 को लोकसभा चुनाव के बाद किया जाएगा शुरू
सूत्रों के अनुसार टर्मिनल-1 बनकर तैयार है जिसे लोकसभा चुनाव के बाद शुरू की जाने कि योजना है | इसके बाद इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन टर्मिनल-1 से किये जाने की सम्भावना है परन्तु टर्मिनल का सालाना अधिकतम यात्रीभार 10 लाख है जिसे देखते हुए टर्मिनल-3 के भवन का निर्माण आवश्यक है।
टर्मिनल-2 से आगे स्टेट हैंगर की तरफ बनेगा टर्मिनल-3 | इसके निर्माण के कार्य की शुरुआत जून 2023 से होने थी लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नही हो सका | जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने जेडीए से एयरपोर्ट बाउंड्री वॉल के बाहर करीब 25 हजार वर्ग मीटर भूमि अधिग्रहण के लिए भी कहा है | टर्मिनल-3 में यात्रियों के आगमन के लिए ग्राउंड फ्लोर पर अलग पाथ बनाया जाएगा वही यात्रियों के प्रस्थान के लिए एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा जिसकी ऊंचाई 30 फीट होगी
जानिए टर्मिनल-3 से जुडी कुछ बातें
- टर्मिनल-1 वर्तमान में सांगानेर की तरफ बना हुआ ह जिसका क्षेत्रफल 11529 वर्गमीटर है |
- टर्मिनल-2 का भवन 29246 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है |
- टर्मिनल-2 से पांच गुना बड़ा होगा टर्मिनल-3 |
- टर्मिनल-2 से आगे स्टेट हैंगर की तरफ बनाया जाएगा टर्मिनल-3 का भवन |
- निर्माण कार्य को जनवरी 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है |
- नए टर्मिनल में सालाना 1.20 करोड़ यात्रीभार वहन करने की क्षमता होगी |