जयपुर | जयपुर की मुहाना मंडी के सी ब्लॉक में व्यापारियों से अवैध वसूली की जा रही है। इसकी हाल ही मुख्यमंत्री की जनसुनवाई में शिकायत की गई है। पीड़ित व्यापारियों ने आरोप लगाए कि यहां पर सचिव की जानकारी में संविदा पर लगा एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रोजाना हर दुकानदार से 500 से 1000 रुपए की वसूली कर रहा है। पैसे नहीं देने पर दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है। 5 और 9 जनवरी को रुपए नहीं देने पर 10 दुकानों को निलंबित कर दिया गया है। व्यापारियों ने कई स्तर पर शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
टैक्स बचाने के लिए लिए जा रहे है यह पैसे
व्यापारियों का आरोप है कि यह काम उच्च स्तर से मिलीभगत के बाद किया जा रहा है। उनका कहना है कि यहां संविदा पर लगा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मंडी यार्ड में रोजाना की बिक्री (मंडी लिखना) का काम करता है। इस हिसाब से ही दुकानदारों के 7 प्रतिशत मंडी टैक्स लगता है। उसमें घालमेल करने के लिए वह हर दुकानदार से 500 से 1000 रुपए लेता है। इसमें 6 प्रतिशत को आढ़त का टैक्स होता है, जबकि 1 फीसदी कृषक कल्याण कोष का होता है। यह 1 प्रतिशत बचाने के लिए वसूली की जाती है। यहां पर 100 दुकानों पर करीब 1 से 1.5 करोड़ की ब्रिकी होती है। इससे रोज करीब एक से डेढ़ लाख के राजस्व का सरकार को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। व्यापारियों ने बताया जो भी यह रुपए नहीं देता, उसे परेशान किया जाता है।
मंडी में कितने लोग है अभी कार्यरत
मुहाना मंडी समिति के पास स्थाई कर्मचारियों की संख्या करीब 34 है, जबकि सचिव सहित करीब 7 ही कर्मचारी अभी कार्यरत हैं। ऐसे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी मंडी का अन्य काम सौंप रखा है। मुहाना मंडी के विभिन्न ब्लॉक का जिम्मा इन कर्मचारियों के पास है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पास सी ब्लॉक में रोजाना कितने की सब्जी ब्लॉक में खरीदी और बेची गई, इसकी जानकारी रखने का जिम्मा है।
यूडीसी और सचिव लगा रहे है एक दुसरे पर आरोप
यूडीसी चंद्रशेखर वर्मा का कहना है कि संविदाकर्मी प्रत्येक व्यापारी से उनकी कमी छिपाने के लिए चौथ वसूली करते हैं। सी-ब्लॉक में करीब 224 दुकानें हैं, उनमें से 150 चालू हैं और 100 से यह वसूली की जा रही है। पूरा काम सचिव की देखरेख में होता है। सचिव मनोहरलाल गुप्ता का कहना है कि यूडीसी चंद्रशेखर वर्मा के पास रेगुलेशन की जिम्मेदारी है तो उनको ही कार्रवाई करनी चाहिए थी। अगर वह नहीं कर पा रहे थे तो उन्हें इसकी जानकारी मुझे देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि मंडी के किसी व्यापारी की ओर से उन्हें इस तरह की कोई शिकायत भी नहीं मिली है। अब इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
शिकायत भी मिल चुकी है जाँच चल रही
कृषि विपणन विभाग जयपुर के क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक महिपाल सिंह ने कहा- सचिव के खिलाफ करीब 3 महीने पहले 3 से 4 शिकायत मिली थी। जिसमें इनके परिचितों एवं जानकारों के जरिए अवैध वसूली करने के आरोप लगे थे। अभी शिकायतों की जांच जारी है।
व्यापारियों से की जा रही उगाही
मंडी व्यापारी ने कहा- मंडी में आने वाले ट्रक एवं व्यापारियों से उगाही करने के लिए संविदा कर्मचारी ब्रह्म सिंह इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। हाल ही में इनकी शिकायत मुख्यमंत्री 29 दिसंबर को जनसुनवाई कार्यक्रम में भी की थी।