25 जनवरी जोकि राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर सरकार ने मतदाताओं को यह सुविधा प्रदान की है कि आपको अपने विधानसभा या लोकसभा क्षेत्र जाकर वोट डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब आपका वोटर आईडी कार्ड भी डिजिटल होने जा रहा है और देश में जल्द ही आप कहीं से भी अपना वोट डाल सकेंगे। भारतीय निर्वाचन आयोग अब इस दिशा में तैयारी कर रहा है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National voters day) की पूर्व संध्या पर यानी रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इस बारे में जानकारी दी।
मुख्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि चुनाव आयोग भविष्य की इलेक्ट्रोल प्रोसेस के कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम पहले ही आईआईटी मद्रास व अन्य संस्थानों के साथ मिलकर रिमोट वोटिंग प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इसमें मॉडल तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है और इस प्रोजेक्ट की प्रोसेस रिपोर्ट बहुत अच्छी है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सोमवार को यानी 25 जनवरी को वोटर आईडी कार्ड का इलेक्ट्रॉनिक वर्जन लॉन्च करने जा रहे हैं। जिसे मोबाइल फोन या किसी पर्सनल कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है।
यह ई-इलेक्टर फोटो पहचान पत्र non-editable वर्जन में उपलब्ध होगा। यानी इसे आप एडिट नहीं कर सकेंगे। इसे आप डिजिटल लॉकर जैसी जगहों पर रख सकेंगे। इलेक्शन कमिशन से मिली जानकारी के मुताबिक अगर आप इसका प्रिंट निकाल कर रखना चाहिए तो आप इसका पीडीएफ वर्जन भी निकाल सकेंगे।
चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ई-इपिक प्रोग्राम लॉन्च करेंगे और 5 वोटर्स को इलेक्टर फोटो पहचान पत्र बांटेंगे।
आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस डिजिटल बोर्ड में पहले से ही उपलब्ध हैं। सरकार का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा वोटिंग हो सके तथा इस सुविधा को सरल बनाया जा सके।
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)