भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को रेपो रेट में इजाफा न करने का फैसला किया। यानी ब्याज दर 6.50% बनी रहेगी। लगातार दूसरी बार RBI ने दरों में बदलाव नहीं किया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग में लिए फैसलों की जानकारी दी।
RBI ने 2022-23 में 2.5% दरे बढ़ी
RBI मई 2022 से फरवरी 2023 में 6 बार में 2.5% की बढ़ोतरी की है | मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग हर दो महीने में होती है।
ऐसे बढ़ी रेपो दर
22 मई 2020 – 4.0%
3 मई 2022 – 4.40%
8 जून 2022 – 4.90%
5 अगस्त 2022 – 5.40%
30 सितम्बर 2022 – 5.90%
8 दिसंबर 2022 – 6.25%
8 फ़रवरी 2023 – 6.50%
रेपो रेट में बदलाव न होने से लोन महंगे नहीं होंगे, EMI भी नहीं बढ़ेगी
RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है। जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है। रेपो रेट ज्यादा होगा तो बैंकों को RBI से मिलेने वाला कर्ज महंगा होगा। बदले में बैंक अपने ग्राहकों के लिए लोन महंगा कर देते हैं। इससे इकोनॉमी में मनी फ्लो कम होता है। मनी फ्लो कम होता है तो डिमांड में कमी आती है और महंगाई घट जाती है।
हर्षवर्धन शर्मा, संपादक (TFN)
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