दिल्ली, पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी आज फिर से दिल्ली दौरे पर जाएंगे। लुधियाना में उनकी पार्टी प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के साथ चुनावी रैली है। इसके बाद दिल्ली रवाना होंगे। दिल्ली में उनकी पार्टी के सीनियर नेताओं से मुलाकात होगी।
पंजाब में 3:30 महीने बाद चुनाव है। ऐसे में दिल्ली में इसे लेकर कांग्रेस का मंथन होगा। दिल्ली में बैठे नेता सीएम चुन्नी को अपनी राणनीति बताएंगे। कांग्रेस वोट बैंक को मजबूत करने के लिहाज से इसे पंजाब सरकार लागू करेगी।
सीएम चुन्नी के जरिए केजरीवाल को मात-
कांग्रेस रणनीति बना रही है कि पंजाब में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी की आम आदमी वाली इमेज को तोड़ा जा सके। इसके लिए सीएम चरणजीत चन्नी को जरिया बनाया जा रहा है। चुन्नी भी लगातार दावा कर रहे हैं कि वह असली आम आदमी है। हालांकि केजरीवाल पंजाब दौरे के दौरान उन्हें नकली आम आदमी कह चुके हैं। इसके बाद पंजाब में आम आदमी को लेकर खूब चर्चा हो रही है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का दांव फेल करने की है कोशिश-
पंजाब में कांग्रेस के लिए बड़ा खतरा पार्टी छोड़ चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं। कैप्टन ने नई पार्टी बना ली है। हालांकि अभी तक कोई बड़ा नेता उनके साथ नजर नहीं आया है। माना जा रहा है कि कैप्टन के साथ कई बड़े कांग्रेसी और खासकर कुछ विधायक टूट कर जा सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस में बगावत और टूट संभालने के लिए भी रणनीति बनाई जा रही है।
नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी होगी चर्चा-
पंजाब में कांग्रेस सिद्धू पर खुला दांव खेल रही है। सिद्धू की जिद से एडवोकेट जनरल बदला जा चुका है। हालांकि डीजीपी को लेकर सीएम चुन्नी कह रहे हैं कि यूपीएससी से पैनल आने पर ही बदलेंगें। सिद्धू इसको लेकर पहले भी सवाल उठा चुके हैं कि पैनल के नाम पर कल परसों किया जा रहा है। इसको लेकर भी मंथन होगा ताकि सिद्धू फिर कोई बयान बाजी ना कर दे। सिद्धू को मुश्किल से कांग्रेस ने पार्टी के कामकाज से जोड़ा है।
फिर से बना सियासी संयोग-
सीएम चुन्नी और आप संयोजक केजरीवाल को लेकर फिर सियासी सहयोग बन गया है। जिस वक्त केजरीवाल पंजाब में है सीएम चुन्नी दिल्ली में होंगे। इससे पहले भी इसी तरह का सहयोग हो चुका है। जिसको लेकर पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने भी तंज कसा था कि दोनों में से किसी एक की ही टाइमिंग ठीक है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)