जयपुर, कांग्रेस में जन्मदिन के बहाने नेताओं के सियासी ताकत दिखाने का सिलसिला लगातार जारी है। सचिन पायलट के बाद अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा अपने जन्मदिन पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। 1 अक्टूबर को डोटासरा के जन्मदिन पर कई कार्यक्रम रखे गए हैं। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर डोटासरा समर्थकों से मिलेंगे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद डोटासरा पहली बार सियासी ताकत दिखाने जा रहे हैं।
पिछले दिनों 7 सितंबर को सचिन पायलट के जन्मदिन पर उनके समर्थकों की भीड़ उमड़ी थी। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा भी जन्मदिन पर भीड़ जुटा चुके हैं। अब इसी कतार में डोटासरा की बारी है। डोटासरा को जन्मदिन की बधाई देने के लिए समर्थकों ने पोस्टर, बैनर लगाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर भी पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं। मौजूदा हालात में डोटासरा के रणनीतिकारों ने उन्हें एक पावर सेंटर के तौर पर उभारने की तैयारी शुरू की है।
सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद पिछले साल जुलाई में गोविंद सिंह डोटासरा को पायलट की जगह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। पिछले साल डोटासरा ने जन्मदिन पर जयपुर में कोई कार्यक्रम नहीं रखा। इसके पीछे कोविड-19 वजह बताया गया। इस साल जुलाई में प्रदेश अध्यक्ष बनने का 1 साल पूरा होने और चार्ज लेने की तारीख को साल पूरा होने पर भी डोटासरा कार्यक्रम नहीं कर पाए थे। क्योंकि उस वक्त प्रभारी अजय माकन विधायकों से 1 टू 1 फीडबैक बैठकों में ले रहे थे। अब जन्मदिन पर डोटासरा को सियासी ताकत दिखाने का मौका मिला है।
डोटासरा के शक्ति प्रदर्शन के क्या है मायने-
गोविंद सिंह डोटासरा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी की खींचतान में खुद को बचा कर रखने का प्रयास करते रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद समर्थक जुटाकर सियासी ताकत नहीं दिखाई। डोटासरा के समर्थकों ने उन्हें सलाह दी कि मौजूदा राजनीतिक हालात में खुद का सियासी वजूद दिखाना जरूरी है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक भविष्य के सियासी घटनाक्रम को देखते हुए खुद की एक लाइन लेना जरूरी हो गया था। इसलिए डोटासरा अब सियासी ताकत दिखाने की तैयारी में है। गोविंद सिंह डोटासरा के समर्थक उन्हें कांग्रेस में पावर सेंटर बनाना चाहते हैं।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)