भीलवाड़ा के बड़लियास इलाके में देर रात घर में सो रहे परिवार पर अचानक छत भराभराकर आ गिरी। हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई वहीं दूसरी बेटी घायल हो गई। लाइट नहीं होने के कारण घटना से कुछ ही क्षण पहले बाहर टहलने निकला पति बाल बाल बचा।
जानकारी के अनुसार बड़लियास के रहने वाले भैरूसिंह शनिवार रात खाना खाकर पत्नी राधा, बड़ी बेटी सपना और छोटी बेटी गणी रात 10 बजे बरामदे में सोए थे। गांव में बिजली कटौती के चलते रात 12 बजे अक्सर लाइट चली जाती है।इसी कारण से कुछ दिन से घर के बरामदे में ही पूरा परिवार सो रहा है, ताकि ज्यादा गर्मी न लगे। लाइट जाने के बाद पूरा परिवार बरामदे में सो रहा था | लाइट नही होने के कारण भैरू सिंह बाहर टहलने चला गया इसी दौरान तेज धमाका हुआ और मकान का बरामदा धराशायी हो गया। इसके साथ-साथ सीढ़ियां भी ध्वस्त हो गईं। छत की पटि्टयां और मलबा पत्नी और बेटियों पर आ गिरा। हादसे में भैरू सिंह की पत्नी और दोनों बेटियां मलबे में दब गई | अँधेरे के कारण भैरू सिंह ने अपनी एक बेटी को तो किसी तरह मलबे से बाहर निकल लिया |
हादसे के बाद मोहल्ले के लोग जुट गए और अपने स्टार पर उजाला कर बचाव की कोशिश करने लगे | कड़ी मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाल कर एम्बुलेंस से अस्पताल पहुँचाया गया | पत्नी राधा और बड़ी बेटी सपना को बड़लियास हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों के शव बड़लियास हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाए हैं। वहीं छोटी बेटी का महात्मा गांधी हॉस्पिटल भीलवाड़ा में इलाज चल रहा है |