तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान में सैन्य दखल दिया तो भारत को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे औरऔर यह भी कहा कि अफगानिस्तान की धरती का प्रयोग किसी भी देश के खिलाफ नहीं किया जाएगा।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि भारत ने अफगानिस्तान के लोगों और यहां के प्रोजेक्ट्स में जो मदद की है। वह काबिले तारीफ है। उधर गुरुद्वारे की घटना में प्रवक्ता ने दावा किया कि निशान साहिब के झंडा हटाने की घटना जो हुई है। वह झंडा सिख समुदाय ने खुद उठाया था। हमारे सुरक्षा अधिकारी वहां गए तो सिख समुदाय ने कहा कि कोई झंडे को नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन हमने उनको भरोसा दिलाया कि ऐसा कुछ भी नहीं होगा तब उन्होंने झंडा वापस लगा दिया।
काबुल के नजदीक पहुंचा तालिबान:-
तालिबान का काबुल एयरपोर्ट से केवल 1 घंटे दूरी पर है अभी तालेबान ने पंक्तियां प्रांत की राजधानी शरना को भी कब्जे में ले लिया है अब तक अफगानिस्तान के 34 प्रांतों पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है।
अफगानिस्तान में भारत का निवेश:-
सामरिक दृष्टि से अफगानिस्तान भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है भारत ने अफगानिस्तान में 2200 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया है हालांकि भारत में भी तालिबान को दो टूक का है ताकत के बल पर बनी सरकार मान्य नहीं है भारत के अलावा जर्मनी ,कतर ,तुर्की, और अन्य कई देशों ने अफगानिस्तान में हिंसा और हमले को तुरंत रोकने की अपील की है।
विकास शर्मा (मार्मिक धारा)