भारतीय कंपनी TCS(टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) पर नस्ल व उम्र के आधार पर नोकरी से निकालने का आरोप लगाया गया है | एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है की 20 से ज्यादा अमेरिकी कर्मचरियों को अचानक नौकरी से निकाल कर भारतीय लोगो को नोकरी पर लगाने का आरोप बताया जा रहा है |
कर्मचरियों के द्वारा इक्वल एम्प्लॉयमेंट अपॉर्चुनिटी कमीशन (EEOC) में TCS के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। इन सभी कर्मचारियों की उम्र 40 से 60 वर्ष बताई जा रही है |
सभी आरोप निराधार
इस आरोप के बाद TCS के प्रवक्ता का बयान सामने आया है जिसमे कहा गया है की ‘TCS पर गैरकानूनी भेदभाव में लिप्त होने के आरोप निराधार और बेबुनियाद है | यह TCS के खिलाफ भ्रामक फैलाई जा रही है | TCS का अमेरिका में इक्वल एम्प्लॉयमेंट अपॉर्चुनिटी का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है, जो हमारे ऑपरेशंस में वैल्यूज और इंटीग्रिटी (ईमानदारी) के हाईएस्ट लेवल को दिखाता है।’
क्या है EEOC
EEOC के पास फेडरल कानून को लागू करने के लिए जिम्मेदारी होती है जिसमें नस्ल, कलर, रिलीजन, जेंडर, ऐज, डिसेबिलिटी और जेनेटिक इंफॉर्मेशन के आधार पर नौकरी के एप्लीकेंट्स या एम्प्लॉइज के साथ होने वाले भेदभाव को रोका जा सकता है।
हर्षवर्धन शर्मा, संपादक (TFN)
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